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सोमवार, 26 मई 2025
शनिवार, 24 मई 2025
चिंताहरण
सोमवार, 5 मई 2025
गृह शांति
पत्नी मूड अगर हो बिगड़ा
नहीं चाहते घर में झगड़ा
पुरुषत्व पर तुम मत ऐंठो
बेहतर है चुप होकर बैठो
कुछ ही देर में देखोगे तुम
बदल जाएगा घर का मौसम
चार मिनट चुप्पी तुम्हारी
करती दूर मुसीबत सारी
भले तुम्हारी बात सही हो
पत्नी जी ही गलत रही हो
लेकिन उस क्षण में विवाद के
रहो सदा तुम मौन साध के
यदि कुछ बोला तो भुगतोगे
एक कहोगे, चार सुनोगे
पत्नी को यदि क्रोध आएगा
तो गृह युद्ध भड़क जाएगा
इसीलिए ऐसे अवसर पर
रक्षक होता मौन अधिकतर
धीरज अगर रखोगे कुछ क्षण
रह सकती गृह शांति कायम
मदन मोहन बाहेती घोटू
मेरे भगवान,मेरे माता-पिता
मेरे माता-पिता भगवान है
मेरा शत-शत उन्हे प्रणाम है
उनने मुझको जन्म दिया है
पाल पोस कर बड़ा किया है
मैं रोया तो दूध पिलाया
गोदी में ले मुझे सुलाया
मुझपे उनके बहुत एहसान है
मेरे माता-पिता भगवान है
उंगली पकड़ सिखाया चलना
अक्षर ,गिनती ,लिखना,पढ़ना
मुझे सिखाई ,दुनियादारी
कितनी बातें प्यारी प्यारी
दिया उनका सभी कुछ ज्ञान है
मेरे माता-पिता भगवान है
मेरे सुख-दुख के हर क्षण में
मेरा साथ दिया जीवन में
आगे बढ़कर दिया सहारा
साथ निभाया ,भाग्य संवारा
उनका हरदम ही गुणगान है
मेरे माता-पिता भगवान है
उनसे जो कुछ सीखा , पाया
काम बहुत जीवन में आया
उनकी आशीषों का फल है
मेरा जीवन हुआ सफल है
उनने हरदम दिया वरदान है
मेरे माता-पिता भगवान है
मेरे लिए वह देव तुल्य है
दिया ज्ञान उनका मूल्य है
उनके आदर्शों पर चलकर
जीवन आज बना है सुंदर
उनका व्यक्तित्व महान है
मेरे माता-पिता भगवान है
मेरे माता-पिता, मेरे माता-पिता
मेरी रामायण, है मेरी गीता
मेरे रामचंद्र, है मेरी सीता
सबके सुखदायक,सर्वहिता
वह तो सर्वश्रेष्ठ इंसान है
मेरे माता-पिता भगवान है
मेरा शत-शत उन्हे प्रणाम है
मदन मोहन बाहेती घोटू
रविवार, 4 मई 2025
पाबंदी
मिष्ठान और मीठे फल ,
खाने को यदि वर्जित है
कभी-कभी चखने पर
पाबंदी नहीं होनी चाहिए
सुंदर जवान लड़कियों से,
छेड़छाड़ ठीक नहीं
मगर उन्हें तकने पर ,
पाबंदी नहीं होनी चाहिए
दहेज का आदान-प्रदान,
शादी में गलत रीत,
प्रेमपत्र के आदान प्रदान पर
पाबंदी नहीं होनी चाहिए
दिल तो बावरा है ही,
जाने क्या-क्या चाहता है
आशिकाना मिजाज रखने पर
पाबंदी नहीं होनी चाहिए
मदन मोहन बाहेती घोटू