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सोमवार, 5 मई 2025

गृह शांति 


पत्नी मूड अगर हो बिगड़ा 

नहीं चाहते घर में झगड़ा 

पुरुषत्व पर तुम मत ऐंठो 

बेहतर है चुप होकर बैठो 

कुछ ही देर में देखोगे तुम 

बदल जाएगा घर का मौसम 

चार मिनट चुप्पी तुम्हारी 

करती दूर मुसीबत सारी 

भले तुम्हारी बात सही हो 

पत्नी जी ही गलत रही हो 

लेकिन उस क्षण में विवाद के

 रहो सदा तुम मौन साध के 

यदि कुछ बोला तो भुगतोगे 

 एक कहोगे, चार सुनोगे 

 पत्नी को यदि क्रोध आएगा 

तो गृह युद्ध भड़क जाएगा 

इसीलिए ऐसे अवसर पर 

रक्षक होता मौन अधिकतर 

धीरज अगर रखोगे कुछ क्षण 

रह सकती गृह शांति कायम


मदन मोहन बाहेती घोटू

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