पृष्ठ

रविवार, 6 जून 2021

जीवन यात्रा 

कठिन समय से जब गुजरोगे 
तो कुंदन बनकर निखरोगे 
थोड़ा समय लगेगा लेकिन, 
जब विकसोगे,खुशबू दोगे 

थोड़ा नाप तोल कर बोलो ,
जो भी बोलो सोच समझकर
तुम गाली दो,अगला ना ले ,
वही लगेगी, तुम्हें पलट कर 
मुंह तुम्हारा गंदा होगा, 
अगर किसी को गाली दोगे 
कठिन समय से जब गुजारोगे 
तो कुंदन बनकर निखरोगे 

लोगों की मत सुनो ,लोग तो ,
कहते रहते गलत सही है 
किंतु तुम्हारा दिल दिमाग जो 
माने ,करना उचित वही है 
सही राह यदि अपनाओगे 
झट से मंजिल पर पहुंचोगे
कठिन समय से जब गुजरोगे 
तो कुंदन बनकर निखरोगे

मदन मोहन बाहेती घोटू

1 टिप्पणी:

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।