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रविवार, 7 अक्टूबर 2018

चार पंक्तियाँ -६ 

दीवारें  चमकदार थी और सेहतमंद थी 
रहती थी लगी रौनकें ,सबको पसंद थी 
इन खंडहरों को देख कर अंदाज लगा लो ,
था एक जमाना ,जब ये इमारत  बुलंद थी 

घोटू 

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