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शुक्रवार, 28 सितंबर 2018

चार पंक्तियाँ -३ 

निश्चित ही उनके मन में कोई चोर छुपा था ,
आहट  जरा सी क्या  हुई ,वो चौंकने लगे
आदत से अपनी इस तरह लाचार हो गए ,
हमने कहा जो कुछ भी , हमे टोकने लगे 
डरते थे निकल जाए नहीं उनसे हम आगे ,
अटका के रोड़े ,राह को वो  रोकने लगे 
हमने जो उनके 'डॉग 'को कुत्ता क्या कह दिया ,
कुत्ता तो चुप रहा मगर वो भोंकने लगे 

घोटू  

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