किसी के सामने भी जो नहीं झुकता अकडता है उसे अपने ही जूतों के सामने झुकना पडता है
कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।
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