पडी कुछ इस तरह सर्दी बताये हाल हम कल का रुइ से बादलों की रजाई मे सूर्य जा दुबका हो गया सर्द था मौसम बढ गई इस कदर ठिठुरन रजाई से न वो निकला रजाई से न निकले हम
सुन्दर प्रस्तुति
कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।
सुन्दर प्रस्तुति
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