पृष्ठ

सोमवार, 17 फ़रवरी 2014

ऊँट कौन करवट बैठेगा ?

           ऊँट कौन करवट बैठेगा ?

 

सब नेताओं के सपनो में ,पी एम कुर्सी घूम रही है

ऊँट कौन करवट बैठेगा ,कोई को मालूम नहीं   है

मात सोनिया सपने देखें,ताजपोशी राहुल की होगी

ममता का मन भी मचले है,है पंवार ,पॉवर के लोभी

जयललिता भी लालायित है और नितीश भी नज़र गढ़ाये

साईकिल पर बैठ मुलायम ,लालकिले के सपन सजाये

फूट रहे मोदी मन मोदक ,निकल मांद  से करते गर्जन

कभी भाग्य से छींका टूटे ,अडवाणी सोचे मन ही मन

माया दलित कार्ड दिखला कर ,चाह  रही आये पॉवर में

लोग नाम ले रहे आप का ,पर अरविन्द ढके मफलर में

हम भी,हम भी,हम भी ,हम भी,कह कर के सब उछल रहे है 

एक बार फिर सत्ता पा लें ,देवगोड़ा जी ,मचल रहे है

एक मोरचा  बी जे पी का,एक मोरचा  कांग्रेस   का

खुला तीसरा, अगर मोरचा,तो क्या होगा ,भला देश का

अभी इलेक्शन में टाइम पर,मन में सत्ता झूम रही है

ऊँट कौन करवट बैठेगा ,कोई को मालूम नहीं   है

 

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।