बहुत बहुत बधाई...
अधिक संघर्ष से चन्दन भी जल जाता है |अवसर आने पर 'सुप्त ज्वालामुखी' भी उबल जाता है ||
कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।
बहुत बहुत बधाई...
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