पृष्ठ

शनिवार, 21 अप्रैल 2012

बृहन्नला-सत्ता

बृहन्नला-सत्ता

उर्वशी सी जनता ने,

अर्जुन सी सत्ता से ,
बोला मै पीड़ित हूँ,
सुख को लालायित हूँ
अर्जुन ने गठबंधन,
की मजबूरी कह कर
इनकार जब  कर दिया
तो उर्वशी ने श्राप दिया
आने वाले  दो साल
नपुंसक सा होगा हाल
गठबंधन से डर कर,
बृहन्नला बन कर,
2014  तक कुछ ना कर पाओगे
बस नाचते रह जाओगे

मदन मोहन बहेती 'घोटू'


1 टिप्पणी:

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।