पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
काव्य संसार (फेसबुक समूह)
काव्य संसार (फेसबुक पृष्ठ)
हिंदी
मेरा फेसबुक पृष्ठ
ब्लॉग"दीप"
चर्चा मंच
नयी पुरानी हलचल
मेरा काव्य-पिटारा
▼
शनिवार, 3 दिसंबर 2011
भगवती शांता परम सर्ग-6
›
भगवती शांता परम सर्ग-6 भाग-3 स्त्री-शिक्षा पर लिखा, सृंगी का इक लेख | परेंद्रीयी ज्ञान से, रही शांता देख || ध्यान-मग्न होकर करे,...
4 टिप्पणियां:
शुक्रवार, 2 दिसंबर 2011
भगवती शांता परम सर्ग-6
›
भगवती शांता परम सर्ग-6 भाग-2 अंग-देश में अकाल एवं शाळा का हाल भादों की बरसात भी, ठेंगा रही दिखाय | बूंद बूंद को तरसती,...
2 टिप्पणियां:
औरतें ,फूल जैसी होती है
›
औरतें ,फूल जैसी होती है ----------------------------- औरतें फूलों की तरह होती है, कभी जूही सी नाजुक, कभी चमेली सी अलबेली, कभी मोगरे सी...
1 टिप्पणी:
गुरुवार, 1 दिसंबर 2011
'तर्पण..'
›
... "क्यूँ हर बार.. इच्छाओं का तर्पण करूँ.. खुशियों का समर्पण करूँ.. अस्तित्व का अर्पण करूँ.. क्यूँ.. घटती नहीं.. सामाजिक दृष...
भगवती शांता परम सर्ग-6
›
भगवती शांता परम सर्ग-6 भाग-2 अंग-देश में अकाल भादों की बरसात भी, ठेंगा रही दिखाय | बूंद बूंद को तरसती, धरती फट फट जाय || ...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें