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jindagi
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शुक्रवार, 20 सितंबर 2013
इक नई दुनिया बनाना है अभी
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आज फिर से, एक नया सा, स्वप्न सजाना है अभी, आज फिर से, इक नई दुनिया बनाना है अभी | कह दिया है, जिंदगी से, राह न मेरा देखना, खुद ही ...
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शुक्रवार, 25 जनवरी 2013
कर तो लो आराम
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रंजिश में ही बीत गई है तेरी तो हर शाम, छुट्टी लेकर बैर भाव से, कर तो लो आराम | आपा-धापी, भागम-भाग में, ठोकर खाकर, गिर संभल...
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