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प्रेमरस
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गुरुवार, 11 फ़रवरी 2016
प्रिये क्यों
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तनिक विलंब जो हुई है हमसे, मुख मंडल यूँ क्षीण प्रिये क्यों, अति लघु सी एक बात पे तेरे, नैन यूँ तेज विहीन प्रिये क्यों ? प्रेम प्...
शुक्रवार, 26 अक्टूबर 2012
एहसास तेरी नज़दीकियों का
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एहसास तेरी नज़दीकियों का सबसे जुड़ा है यारा, तेरा ये निश्छल प्रेम ही तो मेरा खुदा है यारा | ज़ुल्फों के तले तेरे ही तो मेरा आसमां ह...
4 टिप्पणियां:
रविवार, 21 अक्टूबर 2012
प्रिये !!
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प्रिये !! निःसंदेह हो चक्षुओं से ओझल, तेरी ही छवि प्रतिपल निहारता, स्मरण तेरा प्रिये !! आनंद बोध देता, हृदय स्पर्शी ह...
बुधवार, 26 सितंबर 2012
♥♥♥♥*चाहो मुझे इतना*♥♥♥♥
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चाहो मुझे इतना कि पागल ही हो जाए हम, हम टूट कर भी याद सिर्फ तुझे करे सनम | रतजगों में भी मेरे अब बस तेरा ही नाम हो, खुशियों में म...
1 टिप्पणी:
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