मेरी बीबी, मेरी बीबी
मेरी बीबी,मेरी बीबी,
बड़ी ही प्यारी बीबी है
मैं उसका प्यारा शौहर हूं
यह मेरी खुशनसीबी है
बड़ा ही स्वीट है नेचर
मिलती जुलती है मस्काकर
सभी की सहायता करने ,
हमेशा रहती है तत्पर
मुस्काती ,मृदु भाषी ,
बड़ी ही सादी ,सीधी है
मेरी बीबी ,मेरी बीबी
बड़ी ही प्यारी बीबी है
सवेरे जब मैं उठता हूं
तो झट से चाय है हाजिर
प्लेट में काट करके फल
खिलाती है वह मुझको फिर
नहा कर जब निकलता
नाश्ता तैयार रखती है
मेरी बीवी मेरी बीवी
बड़ी ही प्यारी बीवी है
कभी जब टूट मैं जाता
मुझे ढाढस बंधाती है
कभी जब रूठ मैं जाता
प्यार से वह मनाती है
मेरे हर दर्द पीड़ा में ,
वो मेरा मेरा ख्याल रखती है
मेरी बीवी मेरी बीवी
बड़ी ही प्यारी बीवी है
मेरे सुख में खुश रहती
मेरे दुख में वो शामिल है
प्रार्थना करती है मुझ पर
आए ना कोई भी मुश्किल
बड़ी कोमल हृदय वाली
मेरी सबसे करीबी है
मेरी बीवी मेरी बीवी
बड़ी ही प्यारी बीवी है
मदन मोहन बाहेती घोटू
यह क्या कविता है ?
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