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सोमवार, 20 दिसंबर 2021

मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं 

मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं
सबसे आगे बढ़ सकती हूं 

मेरा अगर ध्येय निश्चय है 
तो फिर मेरी सदा विजय है 
मैं उन्नति के उच्च लक्ष्य पर ,
अपने बल पर चढ़ सकती हूं
मैं लड़की हूं ,लड़ सकती हूं

सही राह है ,सोच सही है 
और लगन की कमी नहीं है 
मैं नारी हूं ,शक्ति स्वरूपा ,
निज भविष्य खुद गढ़ सकती हूं
मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं 

शिक्षा ही मेरा जेवर है 
मेरे लिए खुल अवसर है
राहों की सारी बाधाएं , 
तोड़ में आगे बढ़ सकती हूं 
 मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं 
 
है संघर्ष भरा यह जीवन 
तप कर अधिक निखरता कुंदन 
मुझ में बल है, बहुत प्रबल मैं,
शीर्ष पदों पर चढ़ सकती हूं 
मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं 
सबसे आगे बढ़ सकती हूं

मदन मोहन बाहेती घोटू

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