उचकते है
कुछ पैसे पा उचकते है
कुछ कुर्सी पा उचकते है
मिले जो सुंदरी बीबी ,
कुछ खुश होकर उचकते है
कोई सुन्दर ,जवां लड़की ,
गुजरती जो नज़र आती
झलक हलकी सी पाने को,
वो पागल से उचकते है
किसी बेगानी शादी में ,
बने अब्दुल्ला दीवाने ,
उनकी फोटो भी आ जाए
वो रह रह कर उचकते है
ये पंजों से गले तक की,
उचकना एक कसरत है ,
कई व्यायाम के प्रेमी,
सवेरे से उचकते है
जहाँ कुछ देना होता है ,
वो चुपके से खिसक जाते,
हो लेना तो मुझे दे दो,
ये कह कह कर उचकते है
घोटू
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