पृष्ठ

बुधवार, 22 जून 2016

स्मार्ट फोन

 स्मार्ट फोन

जवान होती हुई बेटी, कई दिनों से ,
स्मार्टफोन की जिद कर  रही थी
पर ये बात ,उसके पिता के गले,
 नहीं उतर रही थी
उनकी सोच थी कि स्मार्ट फोन आने से ,
उनकी बेटी उसकी 'एडिक्ट 'हो जाएगी
दिन भर फेसबुक ,व्हाट्सएप में उलझी रहेगी,
पढ़ाई से उसकी रूचि खो जाएगी
माँ ने अपने पति को समझाया
हमने उसको इतना पढ़ाया,लिखाया
कुकिंग की क्लासेस दिलवाई,
होम मैनेजमेंट के गुण  सिखलाये
इसीलिये ना ,कि शादी के बाद ,
वो अपनी गृहस्थी ,ठीक से चला पाये
अब उसे स्मार्टफोन दिलवा दो ,
क्योंकि ये भी ,शादी के बाद ,
सुखी जीवन जीने की कला सिखाता है
इससे ,ऊँगली के इशारों पर ,
दुनिया को नचाने का ,आर्ट आ जाता है
और शादी के बाद ,यदि उसे सुख चाहिए
तो उसे ,अपने पति को ,उँगलियों पर ,
नचाने की कला आनी  चाहिए

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।