पृष्ठ

बुधवार, 13 अप्रैल 2016

कोई मेरी बीबी से सीखे

कोई मेरी बीबी से सीखे

-------------------------------------

बचे साबुन को नए से चिपका कर,

दो साबुनों की खुशबुओं का मजा उठाना

टूटी हुई झाड़ू की सूखी डंडियों से

घर के फ्लावर पोट को सजाना

रात की बची हुई खिचड़ी से

सुबह स्वादिष्ट कटलेट बनाना

कोई मेरी बीबी से सीखे

घर और कपड़ो की सफाई के साथ

मेरे पर्स की भी सफाई करना

मुझ जैसे शेर पति को डरा कर

खुद एक काक्रोच से डरना

रोंग नंबर के फोन काल पर भी

घंटों तक लम्बी बातचीत करना

कोई मेरी बीबी से सीखे

पुरानी साडी को काट कर

पर्दा या पेटीकोट बनाना

सेल के चक्कर में,जरुरत से चौगुना

सामान खरीद कर के ले आना

मीठी मीठी बातें बना कर के

मेरी पॉकेट को ढीली करवाना

कोई मेरी बीबी से सीखे

टीवी पर सीरियल के साथ साथ

क्रिकेट की कमेंट्री सुनना

पुराने स्वेटर को उधेड़ कर

नए डिजाईन में बुनना

मेरे पड़ोसिन की तारीफ करने पर

इर्षा से जलना ,भुनना

कोई मेरी बीबी से सीखे

रात को दूध का गिलास पिला कर

मेरी भूख को बढ़ाना

ठंडी ठंडी सी साँसे भर कर

मेरे दिल को जलाना

व्रत और पूजा आराधन करके

मेरे जैसा पति पाना

कोई मेरी बीबी से सीखे

मदन मोहन बाहेती 'घोटू'

1 टिप्पणी:

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।