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गुरुवार, 30 जुलाई 2015

ईश्वर की मेहरबानी

     ईश्वर की मेहरबानी

चलाया ए.सी.तो कमरा ,एक  ही ठंडा हुआ,
                    चलाई तूने हवा,ठंडक भी आयी साथ में
नलों में पानी नहीं था ,हर तरफ सूखा पड़ा,
                     लगे बहने नदी नाले ,एक ही बरसात में
बल्ब बिजली के कई ,जल एक घर रोशन करे,
                    तेरा एक सूरज उजाला ,करता कायनात में
लाख कोशिश करले इन्सां ,तेरे आगे कुछ नहीं ,
                      बात ही कुछ और है ,ईश्वर तेरी हर बात में

घोटू

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