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रविवार, 13 मई 2012

यादें

कभी हँसाती कभी रुलाती
दिल को सदा बहलाती यादें,
कुछ खट्टी सी कुछ मीठी सी
आँख मिचोली करती यादें,
बीते लम्हों को साथ में लेकर
हर पल हमें सताती यादें,
हर किसी के मन में बसती
कुछ धुंधली ,कुछ चमकीली यादें,
नम लम्हों की सोच में
होटों पे मुस्कराहट लाती यादें,
तो कभी मुस्कुराते पलों की याद में
आँखें नम कर जाती यादें,
यादों की दास्ताँ है लम्बी बहुत
कितना कुछ कह जाती यादें,
अपनों के साथ और अपनों की बात को,
हर वक्त दिल में बसाती यादें,
दुनिया का कोई भी कोना हो
साथ निभाती हैं तो सिर्फ यादें,
कभी हँसाती कभी रुलाती
दिल को सदा बहलाती यादें |



                                          अनु डालाकोटी

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