पृष्ठ

मंगलवार, 13 सितंबर 2011

अजगर जीता सौ बरस, घोडा बाइस-बीस


घोडा  चाबै  घास-तृण, अजगर  लीलै जीव,
ढाई  घर  ये  नापता,  वो   लागै   निर्जीव |



वो  लागै निर्जीव, सरिस सरकारी अफसर,
करता घंटा काम, खाय पर सबकुछ भरकर |


कर उद्यम-सुविचार, जिओ चाहे कुछ थोडा, 
अजगर सा पर नहीं, जिओ रे बनकर घोडा||


Vespucci Quarter Horse Fancy Raised Bridle



 Indian Python Snake: Indian Python Snake: Indian Python Snake: Indian ... 
कुंडली की पूंछ --
अजगर जीता सौ बरस, घोडा बाइस-बीस |
घोडा हरदम बीस है,  अजगर है उन्नीस ||

2 टिप्‍पणियां:

  1. अजगर करे न चाकरी ,
    नेता करे न काम ,बावन गज के सब जहां घोड़ा का क्या काम ?

    जवाब देंहटाएं
  2. व्यंग्य के साथ बढ़िया रचना | आभार रविकर जी |

    जवाब देंहटाएं

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।