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मेरा काव्य-पिटारा
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गुरुवार, 14 अप्रैल 2022
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प्रतीक्षा प्रतीक्षा तुम करो पर वो समय के साथ ना पहुंचे जहां पर आ रही खुजली, वहां तक हाथ ना पहुंचे इधर के कान से सुनकर ,दूसरे से करे बाहर, फ...
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डॉगी हमको हर एक बात पर वो टोकने लगे हल्की सी भी आहट हुई तो चौकने लगे हमने जो उनके डॉगी को कुत्ता क्या कह दिया, कुत्ता तो चुप रहा मगर वो ...
मंगलवार, 12 अप्रैल 2022
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फलाहारी नमकीन बरत में खाया जो जाए ,वह है नमकीन फलहारी पड़ोसन से बहलता मन ,जब मैके जाए घरवाली पड़ोसन भी अगर ऐसे में ,जो मैके चली जाए, लग...
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पत्थर की मूरत करें तस्वीर क्या उनकी, बड़ी ही प्लेन सादा है वो दूरी से,निगाहों से ,दिखाते प्यार ज्यादा है बड़े मायूस होकर दिल को समझाने को ...
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बुढ़ापे में बुढ़ापे में, भुलक्कड़पन की बीमारी से तुम बच लो जरा सा याद मैं रख लूं,जरा सा याद तुम रख लो भुलाना है ,भुला दे हम ,पुरानी कड़वी...
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