पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
काव्य संसार (फेसबुक समूह)
काव्य संसार (फेसबुक पृष्ठ)
हिंदी
मेरा फेसबुक पृष्ठ
ब्लॉग"दीप"
चर्चा मंच
नयी पुरानी हलचल
मेरा काव्य-पिटारा
▼
शनिवार, 30 अप्रैल 2016
ये दिल मांगे मोर
›
ये दिल मांगे मोर हमने सारी उमर बिता दी ,करने में 'टू प्लस टू 'फोर ' जितना ज्यादा इसको मिलता ,उतना 'ये दिल मां...
विवाह की वर्षग्रन्थी पर
›
विवाह की वर्षग्रन्थी पर मिलन का पर्व है ये ,आज बंधा था बंधन , ऐसा लगता है जैसे बात कोई हो कल की बड़ी शर्माती तुम सिमटी थी मेरी बांहों में, भु...
1 टिप्पणी:
गुरुवार, 28 अप्रैल 2016
›
'जस्य नारी पूज्यन्ते ' मेरा एक यार है जो अपनी पत्नी से करता तो बहुत प्यार है पर कभी भी ,अपने प्यार का प्रदर्शन नहीं करता बीबी को ...
पत्नीजी का ब्यूटी ट्रीटमेंट
›
पत्नीजी का ब्यूटी ट्रीटमेंट १ मैंने पत्नी से कहा ,तुम हो यार गुलाब पर रहती हो चिड़चिड़ी ,लगता बड़ा खराब लगता ब...
बुधवार, 27 अप्रैल 2016
सुबह सुबह -ऑरेंज काउंटी
›
सुबह सुबह -ऑरेंज काउंटी कुछ अलसाए से चेहरे कुछ मुरझाए से चेहरे कुछ चेहरे थके थके से कुछ चेहरे पके पके से कुछ फर्राटे सी भरती कुछ हंसती,बात...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें