पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
काव्य संसार (फेसबुक समूह)
काव्य संसार (फेसबुक पृष्ठ)
हिंदी
मेरा फेसबुक पृष्ठ
ब्लॉग"दीप"
चर्चा मंच
नयी पुरानी हलचल
मेरा काव्य-पिटारा
▼
गुरुवार, 31 दिसंबर 2015
उसकी कुछ मजबूरी होगी
›
उसकी कुछ मजबूरी होगी तुम्हे शिकायत भूल गई औलाद तुम्हे है भूले भटके से ही करती याद तुम्हे है हो सकता है उसकी कुछ मजबूरी हो...
नए साल का आगाज़ 2000 +16 =2016
›
नए साल का आगाज़ 2000 +16 =2016 ये 'दोहज़ारन ' अपनी, जवान हो गई है हो गई उमर सोलह ,शैतान हो गई है कभी 'ओबामा...
नए साल का आगाज़ 2000 +16 =2016
›
नए साल का आगाज़ 2000 +16 =2016 ये बीस हज़ारो अपनी, जवान हो गई है हो गई उमर सोलह ,शैतान हो गई है कभी 'ओबामा' की ब...
बुधवार, 23 दिसंबर 2015
जमीन से जुडी चीजें
›
जमीन से जुडी चीजें जो चीजें जमीन से जुडी हुई होती है , जमीन से जुड़े लोगों के बहुत काम आती है दुःख ,तकलीफ में ,हमेशा साथ निभाती है पे...
1 टिप्पणी:
बाप का माल
›
बाप का माल भगवान ने पहले सूर्य,चन्द्र को बनाया , सुन्दर पहाड़ों,वृक्षों और प्रकृती का सृजन किया नदियां बनाई ,हवाये चलाई , और ...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें