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मेरा काव्य-पिटारा
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मंगलवार, 30 दिसंबर 2014
मैं हूँ पानी
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मैं हूँ पानी मैं औरों की प्यास बुझाता ,पर मन में तृष्णा अनजानी मैं हू...
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सर्दी की दोपहरी
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सर्दी की दोपहरी बहुत दिनों के बाद आज फिर गरम गरम सी धूप खिली, आओ चल कर छत पर बैठें ,इसका मज़ा उठायें हम और मूँज की ...
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शुक्रवार, 26 दिसंबर 2014
रंग-ए-जिंदगानी: नारी का सशक्तीकरण
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रंग-ए-जिंदगानी: नारी का सशक्तीकरण : सुप्रीम कोर्ट ने शरई अदालतों की वैधता को भले ही नक़ार दिया हो,लेकिन एक दौर में इन अदालतों के फैसले पूरे ...
बीबी का मोटापा
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बीबी का मोटापा १ पत्नीजी पर ज़रा भी ,अगर मांस चढ़ जाय तो पतिजी जब तब उसे,मोटी कहे,चिढ़ाय मोटी कहे चिढ़ाय ,दोष पत...
मै केजरीवाल आया हूँ
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मै केजरीवाल आया हूँ सुनाने हाल आया हूँ मैं केजरीवाल आया हूँ नहीं धरने पे बैठूंगा, छोड़ हड़ताल आया हूँ आदमी आम जो हूँ , आप का मैं चाहने...
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