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रविवार, 30 नवंबर 2014
किस्मत अपनी अपनी
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किस्मत अपनी अपनी हम को कब मालूम होता ,किसी की बेटी कोई, पल रही है किसी के घर बन के उसकी लाड़ली एक दिन बन जाएगी तुम्हारी जीवनसंगिनी ...
अक्स
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अक्स कुछ दिनों अक्सों से अपने ,मैंने की थी दोस्ती , बांटता अपने ग़मों को ,आईने से लिपट कर देख मुझको गमजदा ,ग़मगीन होते अक्स...
जीभ और दांत
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जीभ और दांत जीभ ,दांतों की हमेशा सबसे अच्छी दोस्त है , दांत रखते है दबा कर ,फिर भी हंसती ,बोलती चबाते है दांत सबको ,प...
मतलब के यार
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मतलब के यार सर्दियों में दोस्ती की ,गर्मियों में छोड़ दी , समझ हमको रखा है,कम्बल, रजाई की तरह जब तलक मतलब रहा तुम काम मे लेते रहे , फ...
सूट और बनियान
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सूट और बनियान बड़ा गर्वित ,हज़ारों का सूट था कपबोर्ड में , हेंगर मे लटकता ,मन में बड़ा अभिमान था और नीचे, अलमारी के ए...
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