पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
काव्य संसार (फेसबुक समूह)
काव्य संसार (फेसबुक पृष्ठ)
हिंदी
मेरा फेसबुक पृष्ठ
ब्लॉग"दीप"
चर्चा मंच
नयी पुरानी हलचल
मेरा काव्य-पिटारा
▼
गुरुवार, 31 अक्टूबर 2013
अपनी ऑरेंज काउंटी
›
अपनी ऑरेंज काउंटी जगमगाती है ये चमचम , अपनी ओरंज काउंटी सजी है जैसे हो दुल्हन , अपनी ओरंज काउंटी फल है ये ओरंज जैसा ,पंद्रह ...
बुधवार, 30 अक्टूबर 2013
उम्र है मेरी बहत्तर
›
उम्र है मेरी बहत्तर उम्र है मेरी बहत्तर है बड़े हालत बेहतर उंगलिया पाँचों है घी में, और कढ़ाई में मेरा सर न तो चिंता काम की है ...
अपना हर दिन
›
अपना हर दिन सुन्दर ,प्यारा और सुहाना ,तुम्हारा चेहरा मुस्काता मुख से जब हटता घूंघट पट ,मुझको चाँद नज़र है आता ...
अंगूर
›
अंगूर पत्नी थी चन्दरमुखी पतिदेव थे बन्दरमुखी बहुत उछल कूद करते रोज गुलाटी भरते पत्नी से रोज नयी , डिश की फरमाइश करते पत्नी थी बहुत...
मंगलवार, 29 अक्टूबर 2013
मुझे बूढा समझने की ,भूल तुम किंचित न करना
›
मुझे बूढा समझने की ,भूल तुम किंचित न करना भले ही ज्यादा उमर है झुर्रियों के पड़े सल है मुझे बूढा समझने की ,भूल तुम किंचित न करना...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें