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सोमवार, 30 सितंबर 2013
पुनर्मिलन
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पुनर्मिलन निवेदन तुमसे प्रणय का भाव था मेरे ह्रदय का प्रकट जो मैंने किया था झटक बस तुमने दिया था और फिर रह अनमने से गर्व से थे पर तुम ...
फेंकू
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फेंकू दिल्ली में शेर दहाड़ा तो सत्तारुढो ने ताड़ा मोदी आया पोस्टर फाड़ देगा सबको फेंक ,उखाड़ इसीलिए पोस्टर लगवाया आया आया ,फेंकू आया ...
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इन्टेरियर
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इन्टेरियर एक ज़माना होता था जब हम , अपने दिवंगत पुरखों को करते थे याद श्रद्धानत होकर के ,करते थे श्राद्ध अपने घरों में उनकी तस्...
रविवार, 29 सितंबर 2013
mere patne by akhand gahmari
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वो कहती है हम उनके दिल अजीज है जान है वो हमारी हम उनकी जान है उमड पडा उनका प्यार एक दिन कर दिया निहाल प्यार से अपने एक दिन क्या बताउ...
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रात से सुबह तक -चार छोटी कवितायें
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रात से सुबह तक -चार छोटी कवितायें १ झपकी दिन भर के काम की थकावट पिया से मिलन की छटपटाहट जागने का म...
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