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शुक्रवार, 7 अक्टूबर 2011
एक दीप अँधेरे में ...
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एक दीप अँधेरे में ... बरसों से मंदिर के कपाट में एक दीप अँधेरे में जल रहा है रोशनी की तलाश में भटककर खुद से लड़ रहा है क...
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गुरुवार, 6 अक्टूबर 2011
दशानन
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दशानन ---------- लंकाधिपति रावण के, दस सर थे ,पर, पेट एक ही था झुग्गीवाली गरीबी के रावण के भी, दस सर होते हैं, मगर पेट भी दस होते ह...
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मंगलवार, 4 अक्टूबर 2011
दशरथ का वनवास
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दशरथ का वनवास ----------------------- हे राम तुम्हारे नाम किया ,मेने निज राज पाट सारा तुमने पत्नी के कहने पर ,वनवास मिझे क्यों दे डाला ...
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सोमवार, 3 अक्टूबर 2011
रावण के दस सर
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रावण के दस सर -------------------- रावण ,वीर था,और विद्वान था उसे शास्त्र और शास्त्र दोनों का ज्ञान था और उसके दस सर थे और ये ही मुसी...
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रविवार, 2 अक्टूबर 2011
नवरात्रि
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नवरात्रि ---------- दूध जैसी धवल शीतल हो छिटकती चांदनी पवन मादक,गुनगुनाये,प्रीत की मधु रागिनी तारिकायें,गुनगुनायें,ऋतू मधुर हो प्यार क...
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