पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
काव्य संसार (फेसबुक समूह)
काव्य संसार (फेसबुक पृष्ठ)
हिंदी
मेरा फेसबुक पृष्ठ
ब्लॉग"दीप"
चर्चा मंच
नयी पुरानी हलचल
मेरा काव्य-पिटारा
▼
बुधवार, 12 अक्तूबर 2016
बुढापा-एक सोच
›
जवानी में तो यूं ही, सुहाना संसार होता है उमर के साथ जो बढ़ता ,वो सच्चा प्यार होता है बुढापा कुछ नहीं ,एक सोच है ,इसको बदल डालो , पुरा...
सोमवार, 10 अक्तूबर 2016
नवरात्र में
›
नवरात्र में पत्नी के हाथ में जब दो दो डंडे नज़र आये तो घोटू कवि घबराये और बन कर बड़े भोले अपनी पत्नीजी से बोले देवी ,जो भी भड़ास हो मन म...
1 टिप्पणी:
रविवार, 9 अक्तूबर 2016
चीनी सालों होश में आओ....
›
चीनी सालों होश में आओ वर्ना होश में ला देंगे तेरी माँ की माँ को भी हम नानी याद दिला देंगे गया ज़माना बात-बात पर हमको आँख दिखाते थे ...
गुरुवार, 6 अक्तूबर 2016
जिनके हाथ सेकते हैं गोलियों से रोटियाँ...
›
रविवार, 2 अक्तूबर 2016
गांधी जी एवं शास्त्री जी के जन्मदिन पर....
›
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें